इलेक्ट्रिकल में शुरुआत मे आने वाले टाॅपिक में से एक है – प्रतिरोध या प्रतिरोधकता
प्रत्येक विद्युत परिपथ मे कुछ न कुछ प्रतिरोध अवश्य होता है। अगर परिपथ में प्रतिरोध नहीं होगा तो शार्ट सर्किट हो जायेगा।
यहां मैं आपको प्रतिरोध और विशिष्ट प्रतिरोध के बारे में जानकारी दूंगा कि प्रतिरोध किसे कहते हैं
पोस्ट में ये जानकारी है -
प्रतिरोध किसे कहते हैं
किसी भी पदार्थ मे जब विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है तो वह पदार्थ धारा के मार्ग में अवरोध उत्पन्न करता है। विद्युत धारा के मार्ग में पदार्थ द्वारा उत्पन्न होने वाले इस अवरोध को प्रतिरोध कहते हैं। इसे अंग्रेजी में resistance (रजिस्टेंस) बोलते हैं।
प्रत्येक पदार्थ का अपना प्रतिरोध होता है अंतर केवल इतना है कि किसी पदार्थ का प्रतिरोध कम तथा किसी पदार्थ का प्रतिरोध अधिक होता है जो उस पदार्थ का स्वभाविक गुण होता है।
प्रतिरोध का मात्रक
प्रतिरोध को R से प्रदर्शित करते हैं तथा प्रतिरोध का मात्रक ओह्म और symbol Ω होता है।
ओम के नियम के अनुसार,
R = V/I
विशिष्ट प्रतिरोध क्या होता है
यह किसी पदार्थ की लम्बाई के अनुक्रमानुपाती होता है, विशिष्ट प्रतिरोध का मात्रक ओह्म-सेमी है ।
विशिष्ट प्रतिरोध का सूत्र,
ρ = RA/l
यहां,
R = प्रतिरोध
l = लम्बाई
A = कटाक्ष क्षेत्रफल