कार्यशाला में कार्य कर रहे प्रत्येक कर्मी को आग ( अग्नि ) के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए कि आग कितने प्रकार की होती है और विभिन्न प्रकार की आग से किस प्रकार बचाव किया जा सकता है ।
यहां मैं आपको इसी के बारे में जानकारी देने वाला हूं कि फायर क्या है? आग कितने प्रकार की होती है और विभिन्न प्रकार की आग को कैसे बुझाया जाता है ( types of Fire in hindi )
पोस्ट में ये जानकारी है -
आग कैसे उत्पन्न होती है
दहनशील पदार्थ जब ऊष्मा और ऑक्सीजन के संपर्क में आते हैं तो वह जलने लगते हैं और आग उत्पन्न होती है ।
अब आप सोच रहे होंगे कि आग तो एक ही प्रकार की होती है लेकिन ऐसा नहीं है विभिन्न दहनशील पदार्थो की आग भी विभिन्न प्रकार की होती है ।
आग और अग्निशामक यंत्र के प्रकार
श्रेणी | ज्वलनशील पदार्थ | अग्निशामक यंत्र |
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श्रेणी A | लकड़ी, कपडा और जूट की आग |
जल युक्त अग्निशामक |
श्रेणी B | डीजल, पेट्रोल से लगी आग |
झाग पैदा करने वाला अग्निशामक यंत्र |
श्रेणी C | LPG गैस से लगी आग |
शुष्क पॉवडर वाला अग्निशामक यंत्र |
श्रेणी D | बिजली के तारों और उपकरणों की आग |
कार्बन डाइऑक्साइड वाला अग्निशामक यंत्र |
कार्यशाला में आग से सुरक्षा के उपाय
- विद्युत उपकरणों का ठीक से रख-रखाव करना चाहिए
- विद्युत संयोजनों और मशीनों की नियमित जाँच होनी चाहिए और अगर कोई खराबी हो तो उसे ठीक करवाना चाहिए
- जलती हुई माचिस की तीली इधर उधर नही फेंकना चाहिए
- ज्वलनशील और विस्फोटक पदार्थो को किसी सुरक्षित स्थान पर रखना चाहिए
- ज्वलनशील और विस्फोटक पदार्थो के पास वेल्डिंग आदि नही करना चाहिए
- कार्यशाला में अग्निशामक यंत्र उपलब्ध होना चाहिए
- कार्यशाला में उत्पन्न ज्वलनशील और हानिकारक गैसों के निकास की उचित व्यवस्था होना चाहिये ।