सोलर पैनल के प्रकार, यह काम कैसे करता है

वर्तमान समय में सोलर ऊर्जा पर बहुत ध्यान दिया जा रहा है और विभिन्न जगहों पर विद्युत ऊर्जा उत्पादन के लिए सोलर पैनल को स्थापित किया जा रहा है। पूरी दुनिया में Solar energy को अधिक प्राथमिकता दी जा रही है।

यहां मैं आपको Solar panel के बारे में जानकारी देने वाला हूँ कि सोलर पैनल क्या होता है? यह किस तरह बनाया जाता है और यह कैसे कार्य करता है।

पोस्ट में ये जानकारी है -

सोलर पैनल क्या होता है

सूर्य से प्राप्त होने वाले प्रकाश को विद्युत् ऊर्जा में परिवर्तित करने वाले यंत्र को सोलर पैनल कहते हैं। यह फोटो वोल्टाइक सेलों का संयोजन होता है। इसका उपयोग विद्युत् ऊर्जा आपूर्ति के लिए किया जाता है।

सोलर पैनल कैसे बनता है

सोलर पैनल मुख्य रूप से सोलर सेल से बनाया जाता है यह सोलर सेल क्रिस्टलीय सिलिकॉन से बना होता है जो कि एक अर्धचालक पदार्थ है। सोलर सैल को संयोजित करने के बाद इसे एल्यूमीनियम के ढांचे में कांच से फ्रेम कर दिया जाता है।

सोलर पैनल कैसे काम करता है

सूर्य से प्राप्त होने वाला प्रकाश जब सोलर पैनल पर पड़ता है तो सोलर सेल में फोटोन अवशोषित होते हैं। फिर फोटोवोल्टिक प्रभाव से सेल में विद्युत् धारा उत्पन्न हो जाती है। जिसे बैटरी में स्टोर कर लिया जाता है और फिर उस विद्युत ऊर्जा को आवश्यकता अनुसार विभिन्न उपकरणों में उपयोग में लाया जाता है।

सोलर पैनल कितने प्रकार के होते है

Solar panel तीन प्रकार के होते हैं:

सोलर पैनल के प्रकार

Monocrystalline

इसमें सिंगल क्रिस्टल से बने काले सेल होते हैं। अन्य प्रकार के सोलर पैनल की तुलना में इनकी दक्षता उच्च होती है और ये कम स्थान घेरते हैं। परन्तु इनकी कीमती अधिक होती है।

Polycrystalline

इसमें कई सिलिकॉन क्रिस्टल से बने नीले सेल होते हैं। इसकी दक्षता मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल की तुलना में कम होती है और ये सस्ते होते है।

Thin film

इन्हें फोटोवोल्टिक पदार्थ की पतली परत को ठोस सतह पर जमा करके बनाया जाता है। इसकी दक्षता सबसे कम होती है।

सोलर पैनल के उपयोग

सोलर पैनल से विद्युत ऊर्जा प्राप्त होती है जिसका उपयोग घरेलू और औद्योगिक स्तर पर किया जाता है। छोटे अथवा घरेलु स्तर पर इसका उपयोग घरों की छत पर सोलर प्लेट स्थापित करके प्रकाश व्यवस्था और अन्य घरेलू उपकरणों की विद्युत् आपूर्ति के लिए किया जाता है। तथा औद्योगिक स्तर पर इसका उपयोग बहुत बड़े स्तर पर विद्युत् आपूर्ति के लिए किया जाता है।

सोलर पैनल के फायदे

  • सोलर पैनल एक स्वच्छ विद्युत् ऊर्जा स्त्रोत है। अर्थात इससे पर्यावरण प्रदूषण नहीं होता और नहीं किसी प्रकार की अपशिष्ट अथवा गंदगी फैलती है।
  • यह एक नवीकरणीय उर्जा स्त्रोत है। अर्थात हम इसका कितना भी उपयोग करें परन्तु इसका स्त्रोत कभी समाप्त नहीं होगा।
  • पहाड़ी इलाकों तथा अन्य दुर्गम स्थलों जहाँ पर बिजली आपूर्ति का कोई साधन उपलब्ध नहीं हो, ऐसे स्थानों पर Solar panel का उपयोग करके विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था की जा सकती है।
  • सोलर पैनल के उपयोग से बहुत सस्ते में बिजली प्राप्त होती है।

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