करंट कैसे लगता है, करंट लगने के बाद क्या करना चाहिए

विद्युत् ऊर्जा मानव जीवन का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है हमारे बहुत सारे महत्वपूर्ण कार्य बिजली पर निर्भर करते हैं लेकिन अगर बिजली के उपयोग और चालन में कोई चूक हो जाये तो हमें करंट अर्थात बिजली झटका लग सकता है जिसके परिणाम बहुत गंभीर हो सकते हैं, इससे मनुष्य या अन्य किसी जीव की मृत्यु भी हो सकती है। अतः बिजली को संभलकर उपयोग में लाना चाहिए और सभी मानक नियमों का पालन करना चाहिए।

इस पोस्ट में आपको यह जानकारी मिलेगी कि यदि किसी व्यक्ति को बिजली का झटका लग जाये तो क्या करना चाहिए ? किस तरह उस व्यक्ति को प्राथमिक उपचार देना चाहिए ?

पोस्ट में ये जानकारी है -

मनुष्य को करंट क्यों और कैसे लगता है

अर्थ दोष वाला कोई विद्युत् यन्त्र या फिर किसी ऐसी चीज जिसमे करंट उपस्थित हो, उसको छूने से मनुष्य को विद्युत झटका लगता है।
मानव का शरीर एक प्रतिरोध की तरह कार्य करता है और जब मनुष्य किसी करंट वाली चीज को छूता है तो करंट मानव के शरीर से होते हुए पृथ्वी में विसर्जित होने लगता है जिससे मनुष्य को बिजली का झटका लगता है।

करंट लगने के बाद क्या करना चाहिए

(1) मैन सप्लाई ऑफ कर देना चाहिए
(2) अगर मैन सप्लाई को ऑफ करना कठिन है तो सूखी लड़की जैसे डंडा या फिर प्लास्टिक की किसी चीज का उपयोग करके उस व्यक्ति को विद्युत के सम्पर्क से हटाने का प्रयास करें।
(3) करंट लगने पर व्यक्ति झटके के साथ जमीन पर गिर सकता है जिससे उसे गंभीर चोट भी लग सकती है, इसीलिए उसे जमीन पर गिरने से बचाने का प्रयास करें।
(4) पीड़ित के मुँह के अंदर अगर कोई चीज जैसे पान आदि हो तो उसको निकल दें और उसे स्वच्छ हवा में लिटा दें।
(5) जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।

(6) अगर पीड़ित को साँस लेने में कठिनाई हो या उसकी साँसे धीमी हो जाएँ तो उसे तुरंत सीपीआर दें।

CPR एक कृत्रिम श्वास प्रक्रिया है इसका उपयोग तब किया जाता है जब, किसी दुर्घटना के तुरंत बाद कोई व्यक्ति सांस नहीं ले रहा हो या साँसे धीमी हो जाये।

इन्हे भी पढ़ें :

सीपीआर कैसे देते हैं 

आप ऊपर दिए वीडियो को देखकर सीपीआर देने की प्रक्रिया सीख सकते हैं।

वैसे तो बिजली हमारे लिए बहुत ही उपयोगी चीज है लेकिन कभी कभी किसी दुर्घटना के कारण ये हमारे लिए घातक भी हो सकती है अतः विद्युत् का उपयोग करते समय सावधानी बरते और बिजली के उपकरणों को ठीक प्रकार से अर्थ करके रखें।

Leave a Comment