प्राथमिक सेल और द्वितीयक सेल में क्या अंतर है

विद्युत धारा दो प्रकार की होती है – प्रत्यावर्ती धारा और दिष्ट धारा

प्रत्यावर्ती विद्युत धारा को स्टोर करके नहीं रख सकते जबकि दिष्ट धारा को हम सेल अथवा बैटरी में स्टोर करके रख सकते हैं और जरूरत पड़ने पर उसका उपयोग कर सकते हैं ।

यहां मैं आपको प्राथमिक सेल और द्वितीयक सेल के बारे में बताने वाला हूं कि प्राथमिक सेल और द्वितीयक सेल क्या हैं? प्राथमिक सेल और द्वितीयक सेल के बीच में क्या अंतर है (primary cell and secondary cell)

 
कौन सी सेल प्राथमिक और द्वितीयक सेल

पोस्ट में ये जानकारी है -

प्राथमिक सेल किसे कहते है

इस प्रकार के सेलों में पदार्थों की रासायनिक क्रिया के द्वारा EMF उत्पन्न होता है। इसे प्राइमरी सेल भी कहते हैं।

उदाहरण: शुष्क सेल, डेनियल सेल

द्वितीयक सेल किसे कहते है

इस प्रकार के सेलों में विद्युत ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करके सेल में स्टोर कर दिया जाता है और बाद में आवश्यकता पड़ने पर रासायनिक ऊर्जा को पुनः विधुत ऊर्जा में परिवर्तित करके उपयोग में लाया जाता है। इसे सेकेंडरी सेल भी कहते हैं।

उदाहरण: लेड एसिड सेल

प्राथमिक सेल और द्वितीयक सेल कहते हैं

प्राथमिक सेल और द्वितीयक सेल में अंतर

पुनः उपयोग 

  • प्राथमिक सेल को उपयोग के पश्चात् पुनः उपयोग नहीं किया जा सकता है (केवल एक बार उपयोग किया जा सकता है)
  • द्वितीयक सेल को एक बार उपयोग करने के पश्चात पुनः आवेशित कर उपयोग किया जा सकता है (कई बार उपयोग किया जा सकता है)

विद्युत ऊर्जा –

  • प्राथमिक सेल में कम विद्युत ऊर्जा स्टोर की जा सकती है
  • द्वितीयक सेल में अधिक विद्युत ऊर्जा स्टोर की जा सकती है

वोल्टेज और धारा –

  • प्राथमिक सेल से कम मान का वोल्टेज और विद्युत धारा प्राप्त होती है
  • द्वितीयक सेल से अधिक मान का वोल्टेज और धारा प्राप्त होती है

भार –

  • प्राथमिक सेल आकार में छोटे और भार में हल्के होते हैं
  • द्वितीयक सेल आकार में बड़े और भार में भारी होती हैं

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