विद्युत् ऊर्जा का उपयोग करते समय सावधानी बहुत आवश्यक है क्यूंकि सुरक्षा में छोटी सी भी चूक होने पर नुकसान उठाना पड़ सकता है। आपने देखा होगा की कुछ विद्युत् उपकरणों की अर्थिंग की जाती है। क्या आपको पता है कि अर्थिंग क्यों आवश्यक है ?
पोस्ट में ये जानकारी है -
अर्थिंग का अर्थ क्या है
बिजली से चलने वाले किसी यंत्र के धात्विक आवरण अथवा बॉडी को एक चालक तार की सहायता से भूमि से जोड़ना अर्थिंग कहलाता है।
यदि उस मशीन अथवा यंत्र की बॉडी में कही विद्युत् धारा लीक हो रही होगी तो वह अर्थ वायर द्वारा पृथ्वी में विसर्जित हो जाएगी।
अर्थिंग क्यों आवश्यक है
ऐसे उपकरण जिनका बाहरी आवरण धात्विक होता है, अगर उनका वह धात्विक आवरण किसी कारणवश विद्युत् के संपर्क में आ जाये तो उस धात्विक भाग में भी करंट प्रवाहित होने लगता है।
इस स्थिति में यदि कोई व्यक्ति उपकरण को छुएगा तो उसे विद्युत् झटका लगेगा जिससे भारी नुकसान हो सकता है।
इसी स्थिति से सुरक्षा के लिए धात्विक बॉडी की अर्थिंग करना बहुत आवश्यक है जिससे पूरा लीकेज करंट पृथ्वी में विसर्जित हो जाता है और अगर कोई व्यक्ति बॉडी को स्पर्श करेगा तो उसे करंट नहीं लगेगा।
इन्हें भी पढ़ें: