अगर आप इलेक्ट्रिकल के छात्र हैं तो आपको थ्योरी के साथ प्रैक्टिकल जानकारी भी होना चाहिए । प्रैक्टिकल में हमें और अच्छे से जानकारी मिलती है और प्रैक्टिकल हमें थ्योरी से अधिक जल्द समझ आ जाता है ।
आसान भाषा में ओम के नियम के सिद्धांत बारे में मैं आपको पहले ही बता चुका हूँ । आज मैं आपको ओह्म के नियम के सत्यापन के प्रैक्टिकल की जानकारी देने वाला हूँ ।
ओम का नियम 10th class, 12th Physics और इलेक्ट्रिकल इंजीनिरिंग का बहुत ही महत्वपूर्ण नियम है।
Ohm का नियम सत्यापन प्रैक्टिकल
महत्वपूर्ण सामग्री – बैटरी, परिवर्ती प्रतिरोध (Rheostat), वोल्टमीटर, अमीटर, ज्ञात स्थिर प्रतिरोध, तार , स्विच, प्लायर, पेंचकस, पेन और कागज ( गणना हेतु )
विधि – नीचे दिए चित्र के अनुसार कनेक्शन करते हैं ।
- वोल्टमीटर को स्थिर प्रतिरोध के समान्तर में और अमीटर को श्रेणी में संयोजित करते हैं ।
- स्विच ऑन करते हैं जिससे परिपथ में वैद्युतधारा प्रवाहित होने लगती है ।
- अब अमीटर और वोल्टमीटर की रीडिंग नोट करते हैं ।
- रीडिंग में प्राप्त हुए मानों को ओम के नियम के सूत्र V = IR में रखकर सत्यापित करते हैं ।
जहाँ,
V = वोल्टेज
I = धारा
R = प्रतिरोध
- परिवर्ती प्रतिरोध को आगे या पीछे बढ़ाकर पुनः रीडिंग नोट करके उसे पुनः सत्यापित करते हैं ।
- अगर आपके द्वारा ज्ञात की गयी रीडिंग सही है तो परिपथ में
V = IR
I = V/R
R = V/I
Example: माना कि परिपथ में 6 वोल्ट और 2 एम्पियर की धारा प्रवाहित हो रही है और प्रतिरोध का मान 3 ओह्म है ।
तब
V = IR
6 = 2×3
6 = 6
अतः ओम का नियम सत्यापित हुआ।
ये भी पढ़े –
● किरचॉफ का प्रथम और द्वितीय नियम
● DC मोटर क्या है ?
● ट्रांसफार्मर का कार्य सिद्धान्त