Electrical Circuits आदि में प्रतिरोधकों (Resistors) के संयोजन के लिए एक क्रम स्थापित किया जाता है यह क्रम परिपथ की आवश्यकता के अनुसार निर्धारित होता है ।
प्रतिरोधकों का संयोजन मुख्यता तीन प्रकार से किया जाता है –
● श्रेणी क्रम संयोजन ( Series Connection)
● समांतर क्रम संयोजन (Parallel Connection)
● मिश्रित संयोजन (Mixed Connection)
यहां मैं आपको इन सभी के बारे में जानकारी दूंगा कि सीरीज कनेक्शन क्या है ? समांतर क्रम संयोजन क्या है ? मिश्रित क्रम संयोजन क्या है ? संयोजन में कुल प्रतिरोध की गणना कैसे की जाती है ?
पोस्ट में ये जानकारी है -
प्रतिरोध का श्रेणी क्रम और समांतर क्रम संयोजन सूत्र सहित
श्रेणी संयोजन ( Series Connection ) क्या होता है ?
इस प्रकार के संयोजन में प्रतिरोधकों को एक ही मार्ग में स्थापित किया जाता है जिससे इसमे धारा प्रवाह के लिए केवल एक ही मार्ग होता है ।
जिसके कारण समस्त परिपथ मे धारा का मान समान रहता है परन्तु वोल्टेज का मान प्रत्येक Resistor पर भिन्न-भिन्न रहता है ।
सीरीज सर्किट मे कुल प्रतिरोध का मान निकालने के लिए निम्न फार्मूला का उपयोग किया जाता है –
R = R1 + R2 + R3
समांतर संयोजन ( Parallel Connection ) क्या होता है ?
इस प्रकार के संयोजन मे सभी Resistors पर Voltage का मान एक समान होता है ।
लेकिन धारा का मान प्रत्येक Resistor पर भिन्न-भिन्न रहता है ।
Parallel Circuit मे कुल प्रतिरोध का मान निकालने के लिए निम्न फार्मूला का उपयोग किया जाता है –
1/R = 1/R1 + 1/R2
मिश्रित क्रम संयोजन ( Mixed Connection ) क्या होता है ?
इस प्रकार के संयोजन में प्रतिरोधकों को श्रेणी तथा समांतर दोनो प्रकार मे संयोजित किया जाता है ।