इस पोस्ट में मैं आपको विद्युत बल रेखाएं के बारे में जानकारी देने वाला हूँ कि विद्युत बल रेखाएं किसे कहते हैं और इनके गुण क्या हैं?
पोस्ट में ये जानकारी है -
विद्युत बल रेखाएं किसे कहते हैं
प्रत्येक आवेश अपने चारों ओर स्वंय का अदृश्य क्षेत्र उत्पन्न करता है इस अदृश्य क्षेत्र में उस आवेश का प्रभाव रहता है। इस क्षेत्र को विद्युत क्षेत्र कहते हैं। अगर किसी अन्य आवेश को इस विद्युत क्षेत्र में लाया जाये तो यह क्षेत्र उसे प्रभावित करता है। यह विद्युत क्षेत्र भी किसी चुंबकीय क्षेत्र की तरह होता है।
यह विद्युत क्षेत्र, विद्युत बल रेखाओं द्वारा से बना होता है। विद्युत बल रेखाएं काल्पनिक वक्र होती हैं जो किसी विद्युत क्षेत्र में किसी एकांक धनावेश के पथ को प्रदर्शित करती है अथवा उस अदृश्य विद्युत् क्षेत्र को काल्पनिक रूप से प्रदर्शित करती हैं।
विद्युत बल रेखाओं को विद्युत क्षेत्र रेखाएं भी कहते हैं।
विद्युत क्षेत्र रेखाओं के 4 गुण
- विद्युत क्षेत्र रेखाएं धन आवेश से प्रारंभ होती हैं, और ऋण आवेश पर समाप्त होती हैं।
- विद्युत क्षेत्र रेखाएं खुले वक्र के रूप में होती हैं।
- विद्युत क्षेत्र रेखाएं आपस में एक-दूसरे को कभी नहीं काटती।
- विद्युत बल रेखाएं एक-दूसरे के जितनी अधिक पास-पास होती है, विद्युत क्षेत्र भी उतना ही अधिक प्रभावी (मजबूत) होता है। तथा विद्युत बल रेखाएं एक-दूसरे के जितनी अधिक दूर-दूर होती है, विद्युत क्षेत्र भी उतना ही कम प्रभावी (कमजोर) होता है।